घन श्याम मोहन और श्याम घन मोहन मानसिक रूप-लीला चिंतन 32

घनश्याम और श्याम घन राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा..... सावन मास की लुभावनी रात। अभी मध्य रात्रि में पर्याप्त देर है । नि...