Wednesday, November 4, 2020

बृज भाव प्रभु से मानसिक बातचीत

*प्रभु से मानसिक वार्तालाप....*🌸👏🏼
1. *हे नाथ!* आप मुझे मुझसे अधिक जानते है । इसलिए मेरी इच्छा कभी पूर्ण न हो । आपकी इच्छा पूर्ण हो ।
2. *हे नाथ!* मेरे मन, वचन, कर्म से कभी भी किसी को भी किंचिन्मात्र दुःख न पहुँचे यह कृपा बनाये रखे ।
3. *हे नाथ!* मैं कभी न पाप देखूँ, न सुनू और न किसी के पाप का बखान करूँ ।
4. *हे नाथ!* शरीर के सभी इन्द्रियों से आठो पहर केवल आपके प्रेम भरी लीला का ही आस्वादन करता रहूँ ।
5. *हे नाथ!* प्रतिकूल से प्रतिकूल परिस्थिति में भी आपके मंगलमय विधान देख सदैव प्रसन्न रहूँ ।
6. *हे नाथ!* अपने ऊपर महान से महान विपत्ति आने पर भी दूसरों को खुशी दिया करू ।
7. *हे नाथ!* अगर कभी किसी कारणवश मेरे वजह से किसी को दुःख पहुँचे तो उसी समय उसके चरणों में पड़कर क्षमा माँग लू ।
8. *हे नाथ!* आठो पहर रोम रोम से आपके नाम का जप होता रहे ।
9. *हे नाथ!* मेरे आचरण श्रीमद्भगवद्गीता और श्रीरामचरितमानस के अनुकूल हो ।
10. *हे नाथ!* हरेक परिस्थिति में आपकी कृपा के दर्शन हो ।
*🍃🍃 हरी बोल हरी बोल🍃🍃*

बृज रस मदिरा रसोपासन 1

आज  के  विचार 1 https://www.youtube.com/@brajrasmadira ( चलहुँ चलहुँ  चलिये निज देश....) !! रसोपासना - भाग 1 !!  ***************************...